■ नववर्ष स्वागताभिनंदन ■
(कविता)
नव किरणों का लेकर साथ,
आया है नववर्ष, नई बात।
सपनों को साकार करें,
हर दिल को खुशहाल करें।
बीत गया जो, भूल चलें,
आशा के दीपक फिर जलें।
नई राहें, नए विचार,
हर मन में हो नया संस्कार।
पल-पल में हो नई उमंग,
हर चेहरे पर खिले रंग।
संकल्पों की ज्योति जलाएँ,
आओ सब मिलकर मुस्काएँ।
धरा सजाए हरियाली चादर,
आकाश लिखे नया समुंदर।
प्रकृति संग करें संवाद,
हर ओर फैले नया प्रमाद।
आओ मिलकर करें प्रण,
सत्कर्म हो जीवन का धन।
नववर्ष में हर पल यश पाएँ,
संग-संग उन्नति की राह बढ़ाएँ।
स्वागत है, हे नववर्ष तुम्हारा,
लेकर आओ खुशियों का सहारा।
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०१ जनवरी 2025 प्रात: ००.३० बजे
रचनाकार
● मच्छिंद्र बापू भिसे 'मंजीत'● ©®
सातारा (महाराष्ट्र)
सेवार्थ निवास : शिक्षण सेवक, जिला परिषद हिंदी वरिष्ठ प्राथमिक पाठशाला, विचारपुर, जिला गोंदिया (महाराष्ट्र)
9730491952
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ReplyDeleteआपको और आपके सह परिवार को नूतन वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें..🇮🇳सर जी..