मच्छिंद्र बापू भिसे 9730491952 / 9545840063

'छात्र मेरे ईश्वर, ज्ञान मेरी पुष्पमाला, अर्पण हो छात्र के अंतरमन में, यही हो जीवन का खेल निराला'- मच्छिंद्र बापू भिसे,भिरडाचीवाडी, पो. भुईंज, तहसील वाई, जिला सातारा ४१५५१५ : 9730491952 : 9545840063 - "आपका सहृदय स्वागत हैं।"

■ बदनाम किए जा रहे हो ■ (हिंदी गजल) - मच्छिंद्र बापू भिसे 'मंजीत'

 ■ बदनाम किए जा रहे हो 

(हिंदी गजल)

आप जो हमें बदनाम किए जा रहे हो
बिना इश्तहार मशहूर किए जा रहे हो।

खुश हैं हम आपकी इस जिंदादिली पर
अपना प्यार सरे-आम किए जा रहे हो।

आपकी इस अदा के कायल थे औ' हैं
नज़्र से हमपर अहसान किए जा रहे हो।

इस बदनामी का हमें ज़रा भी रंज नहीं
भूली दास्ताँ पर दस्तक किए जा रहे हो।

बेवफ़ाई में वफ़ादारी की हद हो गई
'मंजीते' दिल बाग-बाग किए जा रहे हो।
-०-
28 नवंबर 2021
रचनाकार:  मच्छिंद्र बापू भिसे 'मंजीत' ©® 
संपादक : सृजन महोत्सव पत्रिका,  सातारा (महाराष्ट्र)

संपर्क पता
● मच्छिंद्र बापू भिसे 'मंजीत'  
संपादक : सृजन महोत्सव पत्रिका
भिरडाचीवाडी, डाक- भुईंज,  
तहसील- वाई, जिला- सातारा महाराष्ट्र
पिन- 415 515
मोबाइल: 9730491952
ईमेल: machhindra.3585@gmail.com
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