संघर्ष सावनगीत
संघर्ष एक पहेली है,
सुख-दु:ख-सा खेल अठखेली है,
किया तो सुख 'जन्नत-सा'
हमें अपनी हैसियत दिखाता है,
न किया तो दुःख 'जहन्नुम-सा'
हमें 'संघर्ष अहमियत' सिखाता है.
क्या संघर्ष करें या
डाल दे हथियार खुद के सामने,
जो अपने अस्तित्व को ही मिटाए या
जिते जी अपनी उम्र को घटाए,
फिर भी मन में एक सवाल उठता है,
स्व पहचान और होनेका कारण पुछता है.
जवाब दे रह हूँ सुनो प्यारे,
संघर्ष 'जीवन सत्य' कहते है सारे.
न है सुख की लालसा,
न दुःख ने कभी हिलाया है,
समय और संघर्ष ने पल-पल,
नए ख्वाँब बुनना ही सिखाया है,
अब संघर्ष ही जीवन लक्ष्य मेरा,
इसपर स्वर्णिम जीवन लुटा दूँगा,
चाहे सुख का साथ हो न हो,
दुखों की पतझड़ बहार हो,
हौंसले और विश्वास बुलंद रखूँगा,
संघर्ष के सावनगीत खुशी-खुशी गाऊँगा.
-०-
३० मार्च २०१९
संघर्ष एक पहेली है,
सुख-दु:ख-सा खेल अठखेली है,
किया तो सुख 'जन्नत-सा'
हमें अपनी हैसियत दिखाता है,
न किया तो दुःख 'जहन्नुम-सा'
हमें 'संघर्ष अहमियत' सिखाता है.
क्या संघर्ष करें या
डाल दे हथियार खुद के सामने,
जो अपने अस्तित्व को ही मिटाए या
जिते जी अपनी उम्र को घटाए,
फिर भी मन में एक सवाल उठता है,
स्व पहचान और होनेका कारण पुछता है.
जवाब दे रह हूँ सुनो प्यारे,
संघर्ष 'जीवन सत्य' कहते है सारे.
न है सुख की लालसा,
न दुःख ने कभी हिलाया है,
समय और संघर्ष ने पल-पल,
नए ख्वाँब बुनना ही सिखाया है,
अब संघर्ष ही जीवन लक्ष्य मेरा,
इसपर स्वर्णिम जीवन लुटा दूँगा,
चाहे सुख का साथ हो न हो,
दुखों की पतझड़ बहार हो,
हौंसले और विश्वास बुलंद रखूँगा,
संघर्ष के सावनगीत खुशी-खुशी गाऊँगा.
-०-
३० मार्च २०१९
रचनाकार
मच्छिंद्र भिसे (अध्यापक)
सदस्य, हिंदी अध्यापक मंडल सातारा
भिरडाचीवाडी, पो.भुईंज, तह.वाई,
जिला-सातारा 415 515 (महाराष्ट्र )
संपर्क सूत्र ; 9730491952 / 9545840063
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