मच्छिंद्र बापू भिसे 9730491952 / 9545840063

'छात्र मेरे ईश्वर, ज्ञान मेरी पुष्पमाला, अर्पण हो छात्र के अंतरमन में, यही हो जीवन का खेल निराला'- मच्छिंद्र बापू भिसे,भिरडाचीवाडी, पो. भुईंज, तहसील वाई, जिला सातारा ४१५५१५ : 9730491952 : 9545840063 - "आपका सहृदय स्वागत हैं।"

■ गुरु स्मरण-वंदन ■ (कविता) - मच्छिंद्र बापू भिसे 'मंजीत'


■ गुरु स्मरण-वंदन 

(कविता)

वंदे आद्य गुरु माता- पिता नमन
होवे सार्थक-सफल सौ-सौ जनम!

गुरु बुने आपके सद्चरित्र जीवन
हित आपके करे नित नव सृजन!

गुरु सानिध्य जीवन जो अपावन 
विकार परिमार्जन करें गुरुजन!

गुरु है आपके आप ही गुरु मन
शिष्य भविष्य माहीं करें चिंतन! 

गुरु को आप कहिए मेरे सकल जन
मंगल से सुमंगल होवे आप ही मन!

नित खड़े होवे कैक अमंगल घन,
स्मरण करें गुरु के मिटे तम सघन!

गुरु न होता न्यारा करें अनेक भ्रमण,
जब भी भटके राह आइए गुरु शरण!

गुरु चरण के नित होवे स्मरण-वंदन,
मोह भरे संसार से होवे मुक्त-बंधन!

आत्म से आचरण करें गुरु सीखावन,
'मंजीते' सकल मन होवे संत-गुणीजन!
-०-
13 जुलाई 2022
रचनाकार:  मच्छिंद्र बापू भिसे 'मंजीत' ©® 
संपादक : सृजन महोत्सव पत्रिका,  सातारा (महाराष्ट्र)

संपर्क पता
● मच्छिंद्र बापू भिसे 'मंजीत'  
संपादक : सृजन महोत्सव पत्रिका
भिरडाचीवाडी, डाक- भुईंज,  
तहसील- वाई, जिला- सातारा महाराष्ट्र
पिन- 415 515
मोबाइल: 9730491952
ईमेल: machhindra.3585@gmail.com
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3 comments:

  1. Very Nice Sir Ji

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  2. बहुत बढिया सर जी

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  3. बहुत बढिया सर जी

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