मच्छिंद्र बापू भिसे 9730491952 / 9545840063

'छात्र मेरे ईश्वर, ज्ञान मेरी पुष्पमाला, अर्पण हो छात्र के अंतरमन में, यही हो जीवन का खेल निराला'- मच्छिंद्र बापू भिसे,भिरडाचीवाडी, पो. भुईंज, तहसील वाई, जिला सातारा ४१५५१५ : 9730491952 : 9545840063 - "आपका सहृदय स्वागत हैं।"

■ उठने का शौक ■ (कविता) - मच्छिंद्र बापू भिसे

■ उठने का शौक ■

(कविता)

ऊँचा उठने का
अजीब शौक रखते हैं हम
चाहे जितनी बार गिराते रहो तुम, 
जमीन पर कदम गढ़ाए रखेंगे हम।

कदम, दर कदम
लड़खड़ाएँगे पर न रूकेंगे 
घुंगरू पहने हैं कदमों ने मेरे, 
बजते रहेंगे वे और नाचते रहेंगे हम।

ठोकरें भी मिलीं
तो कभी काँटे लगाए गले
लगी आग सीने में तो पानी से भी जलें
फिर भी हिम्मती राह फूल बिछाते रहेंगे हम।

टिमटिमाते जुगनू आए
मंजिलें राह दिखाते भी रहे
बढ़ने का हौसला जब दुगना हुआ
तीर चुभते रहें मंजीतें, राह न भटके हम।
-०-
26 सितंबर 2021
रचनाकार:  मच्छिंद्र बापू भिसे 'मंजीत' ©® 
संपादक : सृजन महोत्सव पत्रिका,  सातारा (महाराष्ट्र)






संपर्क पता
● मच्छिंद्र बापू भिसे 'मंजीत' ● 
संपादक : सृजन महोत्सव पत्रिका
भिरडाचीवाडी, डाक- भुईंज,  
तहसील- वाई, जिला- सातारा महाराष्ट्र
पिन- 415 515
मोबाइल: 9730491952
ईमेल: machhindra.3585@gmail.com
-0-



1 comment:

■ देशवासियों के नाम हिंदी की पाती ■

  ■ देशवासियों के नाम हिंदी की पाती  ■ (पत्रलेखन) मेरे देशवासियों, सभी का अभिनंदन! सभी को अभिवादन!       आप सभी को मैं-  तू, तुम या आप कहूँ?...

आपकी भेट संख्या