मच्छिंद्र बापू भिसे 9730491952 / 9545840063

'छात्र मेरे ईश्वर, ज्ञान मेरी पुष्पमाला, अर्पण हो छात्र के अंतरमन में, यही हो जीवन का खेल निराला'- मच्छिंद्र बापू भिसे,भिरडाचीवाडी, पो. भुईंज, तहसील वाई, जिला सातारा ४१५५१५ : 9730491952 : 9545840063 - "आपका सहृदय स्वागत हैं।"

'फूल बताए' (हाइकु) - मच्छिंद्र बापू भिसे 'मंजीत'


'फूल बताए'
विधा: हाइकु
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अपनी गंध
चारों दिशा फैलाए
फूल बताए।
(अच्छाई गंध)
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काँटों की राहे
खिलना न छोडूँगा
लक्ष्य को पाए।
(मंजिल पाए)
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सहता रहूँ
शीत-घाम औ' मेह
रखने नेह।
(चुनौतियों का सामना)
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रंगीन तन
भौरें-तितली चाहे
आप भी पाए।
(अभिलाषा पूर्ति)
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माली का प्यार
फूल खिलने तक
बेचे बाजार।
(अपनी उपयोगिता)
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खिलता रहूँ
यही अपना गीत
गाता ही रहूँ।
(कर्मरती)
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मिट जाऊँ मैं
औरों के हित नित
बाग की रीत।
(फूल का कर्म)
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फूल के शूल
चुभते न पौध को
खिलाते फूल।
(सद्भावना)
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मिट्टी से उगे
उठ धरा सँवरे
शीश है सजे।
(फूल जीवन यात्रा)
🌹------------🙏---------🌹
14 अगस्त 2020
मच्छिंद्र भिसे ©®
सातारा (महाराष्ट्र)
9730491952
(अध्यापक-कवि-संपादक)
पता: भिरडाचीवाडी (भुईंज), तह. वाई, जिला सातारा (महाराष्ट्र) 415515
ईमेल: machhindra.3585@gmail.com
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