मच्छिंद्र बापू भिसे 9730491952 / 9545840063

'छात्र मेरे ईश्वर, ज्ञान मेरी पुष्पमाला, अर्पण हो छात्र के अंतरमन में, यही हो जीवन का खेल निराला'- मच्छिंद्र बापू भिसे,भिरडाचीवाडी, पो. भुईंज, तहसील वाई, जिला सातारा ४१५५१५ : 9730491952 : 9545840063 - "आपका सहृदय स्वागत हैं।"

●आजादी जश्न● (गीत) - मच्छिंद्र भिसे



'आजादी जश्न'
(गीत)
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आजादी जश्न मनाओ, भैया!
आज ईद-दिवाली है
जन मन में तिरंगा फहरें
खुशियाँ बहारें लायी है!

केसरिया गगन है चमके
सूरज ने ली अंगड़ाई है
वीरों के लहू अर्पण से
एकता सुबह आयी है!

आजादी की पवन बहे
शील-विनय गीत गाती है
मन हो सच्चा तन हो अच्छा
शांति की रीत निभायी है!

विश्वास-ख़ुशी पाए धरा
हर चेहरे आज छलकायी है
मजदूर हो या किसान भैया
मन हरियाली छायी है!

चौबीस घंटे सीमा पर
वीरों की पहरेदारी है
देश को सँवारे रखना
अपनी ही जिम्मेदारी है!

हराभरा हो देश अपना
कसम ये सबने खायी है
आजादी भी आजादी का
जश्न मनाने आयी !
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14 अगस्त 2020
मच्छिंद्र भिसे ©®
सातारा (महाराष्ट्र)
9730491952
(अध्यापक-कवि-संपादक)
पता: भिरडाचीवाडी (भुईंज), तह. वाई, जिला सातारा (महाराष्ट्र) 415515
ईमेल: machhindra.3585@gmail.com
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1 comment:

  1. सुंदर कविता 👌👌👌👌 लाजवाब

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