मच्छिंद्र बापू भिसे 9730491952 / 9545840063

'छात्र मेरे ईश्वर, ज्ञान मेरी पुष्पमाला, अर्पण हो छात्र के अंतरमन में, यही हो जीवन का खेल निराला'- मच्छिंद्र बापू भिसे,भिरडाचीवाडी, पो. भुईंज, तहसील वाई, जिला सातारा ४१५५१५ : 9730491952 : 9545840063 - "आपका सहृदय स्वागत हैं।"

■ किस्से होंगे पुराने■ (कविता) - मच्छिंद्र बापू भिसे 'मंजी

■ किस्से होंगे पुराने

(कविता)

खाली मुट्ठी आए यहाँ पर
खाली हाथ न जाएँगे,
ढल जाएगा सूरज अपना
पर याद सभी को आएँगे,
अपने किस्से होंगे पुराने
पर हर बार पढ़े वो जाएँगे।

चाहे काँटे बो दे जिंदगी
हम फूल-ही-फूल खिलाएँगे,
चाहे शोणित पग हो जाए
हँसकर कदम बढाएँगे,
तूफान चाहे जोर लगाए 
पर मंजिल खिंचकर लाएँगे।

अपना हो या हो पराया
हँस-हँस गले लगाएँगे,
गिरने ना देंगे उनके आँसू 
घूँट–घूँट पी जाएँगे,
मानवता का बनूँ पुजारी
जी-जान पे खेलकर जाएँगे।

मात-पिता के अहसान हमपर
सेवा से ही चुकाएँगे
जिस मिट्टी ने पाला-पोसा
बहा पसीना उपजाएँगे
फ़र्ज चुकाने आप नज्र का
काजल बन मंजीत आ जाएँगे।
-०-
16 मार्च 2022
रचनाकार:  मच्छिंद्र बापू भिसे 'मंजीत' ©® 
संपादक : सृजन महोत्सव पत्रिका,  सातारा (महाराष्ट्र)

संपर्क पता
● मच्छिंद्र बापू भिसे 'मंजीत'  
संपादक : सृजन महोत्सव पत्रिका
भिरडाचीवाडी, डाक- भुईंज,  
तहसील- वाई, जिला- सातारा महाराष्ट्र
पिन- 415 515
मोबाइल: 9730491952
ईमेल: machhindra.3585@gmail.com
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