मच्छिंद्र बापू भिसे 9730491952 / 9545840063

'छात्र मेरे ईश्वर, ज्ञान मेरी पुष्पमाला, अर्पण हो छात्र के अंतरमन में, यही हो जीवन का खेल निराला'- मच्छिंद्र बापू भिसे,भिरडाचीवाडी, पो. भुईंज, तहसील वाई, जिला सातारा ४१५५१५ : 9730491952 : 9545840063 - "आपका सहृदय स्वागत हैं।"

साहित्यकारों से सुसंवाद / साक्षात्कार

                 हिंदी साहित्य की दुनिया बहुत ही विशाल हैं। इससे पूरी तरह से अवगत होना असंभव बात है। पाठशालाओं में हिंदी विषय का ज्ञान अवगत करते हुए तथा ज्ञान बाँटते वक्त हमेशा मेरे मन में यह सोच वारंवार उभरती थी कि किताबों में आ रही साहित्यिक विधाए कौन लिखता होगा और यह लिखने की भूमिका क्या होती होंगी ?और विशेष बात यह कि यही कहानी, निबंध, संस्मरण आदि कक्षाओं के अनुसार क्यों दी जाती हैं ? आदि कई सवाल मन में उभरते थे। एक महत्वपूर्ण बात यह थी कि जिसने लिखा है वह कैसे होंगे, उन्होंने जो लिखा है उन्हें कैसे सुझता होगा ? इन सब बातों को जानने की जिज्ञासा मेरे मन में निरंतर आती रहती थी। 
                    इन सभी सवालों के जवाब ढूंढने जब गया तो एक नया उपक्रम मैंने चलाने की कोशिश की और वह सफल भी हुई। मैंने सोचा कि -'यदि हम छात्रों की बातचीत उन साहित्यकारों से करेंगे जिनकी रचनाएँ छात्रों के पाठ्यपुस्तक में हैं तो क्या होगा ?' बस इस कल्पना को मैंने वास्तविकता की कसौटी के स्तर पर लाने का ठान लिया। और बात क्या कहे। मैंने इंटरनेट के माध्यम से साहित्यकारों के भ्रमणध्वनि संपर्क ढूंढना शुरू किया। 
                'जहाँ चाह, वहाँ राह' इस उक्ति के अनुसार मुझे उन साहित्यकारों के संपर्क क्रमांक मिले। उनसे संपर्क किया और उन महानुभावों से निवेदन किया कि आप मेरे छात्र, अध्यापक एवं प्रधानाचार्य जी के साथ ऑडिओ साक्षात्कार करेंगे तो हम आपके आभारी रहेंगे। उन सभी साहित्यकारों ने मुझे आश्वस्त करते हुए इस बात को स्वीकार किया। इन महानुभावों से मैंने तिथि और समय निश्चित किया और नियत समय पर इन सभी महानुभावों के साथ बातचीत की। वह इस प्रकार हैं।   
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आदरणीय सुशांत सुप्रिय 


आदरणीय सुशांत सुप्रिय जी से दिनांक २५ अक्टूबर २०१६ के दिन कक्षा ९वीं के पाठ्यपुस्तक में शामिल 'हिला हुआ आदमी' शीर्षक पाठ हेतु सुप्रिय जी से ऑडिओ साक्षात्कार संपन्न हुआ। आप ने इस पाठ सहित अपने जीवन के बारे में छात्रों को अवगत कराया। 
साहित्यकार सुशांत सुप्रिय जी के साथ संपन्न हुए साक्षात्कार को ऑडिओ में सुनाने के लिए उपर्युक्त चित्र पर क्लिक करें। 

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सर्वश्री सुश्री प्रीती मोंगा 

कक्षा १० वीं के पाठ्यपुस्तक में सुश्री प्रीती मोंगा जी का साक्षात्कार अध्ययन अध्यापन के लिए लिया गया। प्रत्यक्ष छात्रों ने दिनांक १३ दिसंबर २०१६ के दिन साक्षात्कार लेकर आपके व्यक्तित्व एवं जीवनशैली का परिचय लिया। 
जीवन प्रेरणास्त्रोत एवं आदर्श व्यक्तित्व की धनी प्रीति मोंगा जी के साथ संपन्न हुए साक्षात्कार को ऑडिओ में सुनाने के लिए उपर्युक्त चित्र पर क्लिक करें। 

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जेष्ठ बालसाहित्यकार डॉ. विमला भंडारी 
कक्षा ६ ठी के पाठ्यपुस्तक में प्रकाशित बाल कहानी 'टीटू और चिंकी' की कहानीकार आदरणीय डॉ. विमला भंडारी (दीदी) जी के साथ मेरे छात्रों का दिनांक २३ फरवरी २०१७ के दिन मुलाकात कराई। 
यह ऑडिओ मुलाकात सुनने के लिए उपर्युक्त तस्वीर पर क्लिक करें।  

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साहित्यकार मोहन तिवारी 'आनंद'

साहित्यकार मोहन तिवारी 'आनंद' जी की काव्यकृति 'राष्ट्र यशगान' कक्षा ८ वीं के लिए अध्ययन व अध्यापन हेतु आई। आनंद जी साथ कक्षा वीं के छात्रों ने दिनांक ०३ मार्च २०१७ के दिन ऑडिओ बातचीत की। 
साहित्यकार मोहन तिवारी 'आनंद' जी के साथ हुई मुलाकात सुनने के लिए आनंद जी की तस्वीर पर क्लिक करें। 

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बालसाहित्यकार आनंद विश्वास  

कक्षा  वीं के पुनर्रचित पाठ्यक्रम प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान सातारा जिले के वाई तहसील (महाराष्ट्र) में आनंद विश्वास जी के साथ उपस्थित अध्यापकों की दिनांक २७ सितंबर २०१७ के दिन ऑडिओ मुलाकात की। 
आंनद विश्वास जी के साथ की अध्यापकों की मुलाकात सुनने के लिए उपर्युक्त चित्र पर क्लिक करें। 
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आनंद विश्वास जी द्वारा प्राप्त किताबों का छात्र अर्पण समारोह

आनंद विश्वास जी से की छात्रों ने बातचीत 
'बेटी युग' आपकी रचना कक्षा ७वीं के पाठ्यपुस्तक में समाहित है। आपके साथ दिनांक १९ जनवरी २०१८ के दिन छात्रों  ने मुलाकात की। 
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बालसाहित्यकार सुरेश कुशवाहा 'तन्मय'
१ जनवरी यह दिवस बालसाहित्यकार सुरेश कुशवाह तन्मय जी का जन्मदिवस। इस शुभ अवसर पर आपको बधाईयाँ देते हुए छात्रों ने बातचीत की। कक्षा ९वीं के पाठ्यपुस्तक में प्रकाशित लघुकथा 'रात का चौकीदार' के संदर्भ में छात्रों ने जानकारी हासिल करते हुए आपके व्यक्तित्व एवं कृतित्व से परिचित कराया। 
आदरणीय तन्मय जी से हुई छात्रों की बातचीत सुनने के लिए उपर्युक्त चित्र पर क्लिक करें। 

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डॉ. घनश्याम अग्रवाल जी से हुई बातचीत सुनिए : -क्लिक

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          इस प्रकार से हिंदी साहित्यकारों के साथ छात्रों को ऑडिओ मुलाकात के माध्यम  रूबरू करने का उपक्रम नियमित जारी हैं। जिसके कारन छात्रों की हिंदी साहित्य के प्रति एवं हिंदी विषय अध्ययन में रूचि बढ़ती हुई पायी गई। 
         विशेष बात यह है कि जिन साहित्यकारों के साथ मुलाकात हुई उन सभी ने छात्रों के लिए निशुल्क साहित्य भेजकर छात्रों की वाचन रूचि में वृद्धि होने हेतु अनमोल योगदान दिया है। आप सभी के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हैं। सहयोग की अपेक्षा हैं। 
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साक्षात्कार कर्ता 
पाठशाला के छात्र एवं 
श्री. मच्छिंद्र बापू भिसे 
M.A.B.Ed.(Hindi)
भिरडाचीवाडी, पो. भुईंज, तहसील वाई, जिला सातारा ४१५५१५
संपर्क क्रमांक : ९७३०४९१९५२ / ९५४५८४००६३
E-Mail: machhindra.3585@gmail.com 

Blogs: bhisesir3585.blogspot.com / hinditeacherssatara.blogspot.com

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